
नागपुर. कृषि को आसान बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग बढ़ रहा है। ऐसे में, अगर किसान फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीसी) की स्थापना के लिए कदम उठाते हैं, तो वे ड्रोन, इलेक्ट्रिक बैलजोड़ जैसे विभिन्न उपकरण किराए पर लेकर सामूहिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इससे किसानों का मुनाफा बढ़ेगा। यह बात केंद्रीय मंत्री और ‘एग्रोविजन’ के प्रमुख प्रवर्तक नितिन गडकरी ने एग्रोविजन प्रदर्शनी में ‘फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी’ पर आधारित कार्यशाला में कही। इस कार्यशाला में कटोल के विधायक चरण सिंह ठाकुर, मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री लखन पटेल, आनंद राऊत, मध्य प्रदेश के उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, आयोजन सचिव रविंद्र बोरटकर और रमेश मानकर मुख्य रूप से उपस्थित थे। नितिन गडकरी ने बताया कि लगभग 300 किसान मिलकर एक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी बना सकते हैं। इसके माध्यम से वे पूरक तकनीक किराए पर लेकर अधिक उत्पादन कर सकते हैं। उन्होंने विदर्भ के किसानों को फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी बनाने और उसे सफल बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने वादा किया कि अगले साल होने वाले एग्रोविजन में पांच सबसे सफल एफपीसी को पुरस्कृत किया जाएगा और उनकी सफलता को एक लघु फिल्म के माध्यम से दिखाया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसी एफपीसी अन्य किसानों के लिए प्रेरणादायक बनेंगी। गडकरी ने कहा कि एग्रोविजन में सरकारी योजनाओं, बैंकों और अन्य सहायता के बारे में जानकारी उपलब्ध है। किसानों को अपनी उपज पर प्रसंस्करण करके अधिक मुनाफा कमाने और उत्पाद को खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों तक पहुंचाने की दिशा में काम करना चाहिए। इसके अलावा, गडकरी ने जानकारी दी कि नागपुर में वर्धा रोड स्थित रैडिसन ब्लू के पास किसानों के लिए एक केंद्र तैयार किया जा रहा है। यहां किसान अपनी उपज बेचने, नई तकनीक सीखने और जानकारी साझा करने में सक्षम होंगे। इस अवसर पर सफल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनियों के प्रतिनिधियों का सम्मान भी किया गया।