
नागपुर. 20 नवंबर को होनेवाले विधानसभा चुनाव प्रक्रिया में एसटी महामंडल की 230 बसें लगी हैं। जो 19 नवंबर की सुबह से 20 नवंबर की शाम तक व्यस्त रहनेवाली है। ऐसे में नियमित सफर करने वाले यात्रियों को बसों का जबरदस्त टोटा सहना पड़ेगा। क्योकि एसटी महामंडल के पास केवल 430 बसे है, ऐसे में 230 बसे व्यस्त रहने पर प्रति दिन 25 हजार से ज्यादा यात्री जो इन बसों पर निर्भर रहते है, उन्हें जबरदस्त बसों का टोटा सहना पडेगा। 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव है। ग्रामीण इलाकों में भी चुनाव प्रक्रीयां विभिन्न बुथ पर रखी गई है। जिसके लिए बडी संख्या में सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। बूथ पर सुबह आने से लेकर ईवीएम मशीन को एक जगह से निर्धारित जगह तक पहुंचाने के लिए हर बार की तरह इस बार भी राज्य मार्ग परिवहन महामंडल की एसटी लाल बसों को प्राथमिकता दी थी।
नागपुर विभाग से कुल 230 बसों को 19, 20 दो दिन के लिए बुक किया गया है। जिसके लिए प्रति किमी 50 रुपए किराया भी दिया जानेवाला था। हालांकि इससे पहले हुए चुनाव प्रक्रिया में कम बसों की जरूरत लगी थी, लेकिन इस बार विभाग अंतर्गत 230 बसों को बुक किया गया है। यह बसें ग्रामीण इलाकों में लगाई जानेवाली है। शहर के लिए स्टार बसों के कंधों पर जिम्मा दिया गया था। वही जिले का जिम्मा एसटी बसों पर है। आंकड़ों के अनुसार 60 बसों को हिंगणा में कामठी-मौदा में 58 बसें, सावनेर में 17 बसें, उमरेड में 38 बसें, रामटेक में 25 बसे लगी है। इन बसों को पोलिंग बूथ तक कर्मचारियों को पहुंचाने से लेकर वहां से उन्हें ईवीएम मशीनों के साथ वापिस अपनी जगहों पर छोड़ना है।
नियमित यात्रियों को हो सकती है परेशानी
चुनाव प्रक्रिया में एसटी बसों का जाने से नियमित बसों पर निर्भर रहनेवाले यात्रियों के लिए विभाग में केवल 2 सौ बसें होंगी। इन बसों पर प्रति दिन 25 हजार के हिसाब से यात्री निर्भर रहनेवाले हैं। ऐसे में उन्हें बसों का घंटों इंतजार करना पड़ सकता है। खासकर अमरावती, चंद्रपुर, नरखेड, बल्लारशाह, वरूड आदि की ओर जानेवाले यात्रियों को बसों की कमी पड़ सकती है।