
नागपुर. नागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स की 87वीं वार्षिक आमसभा सोमवार को शाम 4 बजे सेवासदन चौक, सेंट्रल एवेन्यू स्थित चेंबर के सभागृह में संपन्न हुई। सभा में सभासदों की भारी उपस्थिति में चुनाव संपन्न किए गए। इस दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी श्री महेंद्र कटारिया और चुनाव अधिकारी श्री भगीरथ मुरारका की निगरानी में चुनाव प्रक्रिया हुई। चुनाव के परिणामस्वरूप कैलाश जोगानी को अध्यक्ष और विजय जयस्वाल को सचिव चुना गया। अन्य पदाधिकारियों में प्रदीप जाजू को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, तरुण निर्बाण को उपाध्यक्ष, नाथाभाई पटेल को कोषाध्यक्ष, विवेक मुरारका और लक्ष्मीकांत अग्रवाल को सहसचिव निर्विरोध निर्वाचित किया गया। निवर्तमान अध्यक्ष श्री गोविंद पसारी पद पर बने रहेंगे। इसके साथ ही संचालक मंडल में वेणूगोपाल अग्रवाल, पुरुशोत्तम ठाकरे, विपीन पनपालिया, शंकरलाल खंडेलवाल, देवकीनंदन खंडेलवाल, वसंत पालीवाल, गिरीश लिलडिया, संजय पांडे, मनोज बागडी, निखिल काकाणी, सुनील जेजानी, प्रशांत जग्यासी, विनोद पवार, महेश बंग, विजय सराफ, विवेक उखलकर और हरेश सोनी निर्वाचित हुए। नवनिर्वाचित अध्यक्ष कैलाश जोगानी ने व्यापारी समुदाय का धन्यवाद व्यक्त करते हुए अपने भाषण में कहा कि नागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स मध्य भारत का सबसे पुराना व्यापारिक संगठन है। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अगले 20 साल व्यापार और उद्योग के लिए स्वर्णिम साबित होंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था 3.9 ट्रिलियन डॉलर है, जो 2025-26 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचकर जापान को पीछे छोड़ देगी। इसके बाद 2030-31 तक यह 8 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़कर जर्मनी को भी पीछे छोड़ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। आगामी त्योहारों के सीजन पर टिप्पणी करते हुए जोगानी ने कहा कि देश में नवरात्रि से दिवाली तक 5 लाख करोड़ रुपये का रिटेल व्यापार होने की संभावना है, जिसमें से नागपुर में लगभग 5000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा, जिसमें 2000 से 2500 करोड़ रुपये का रिटेल व्यापार शामिल होगा। महाराष्ट्र के वित्तीय अनुशासन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य का राजस्व घाटा 3 प्रतिशत से अधिक हो गया है और कर्ज की राशि 8 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा, वित्तीय घाटा भी 1.9 प्रतिशत हो गया है। जोगानी ने सरकार से प्री-वाटप और सब्सिडी पर अंकुश लगाने की आवश्यकता पर बल दिया। जोगानी ने नागपुर में बढ़ते अतिक्रमण और अस्त-व्यस्त ट्रैफिक व्यवस्था के कारण व्यापारियों और आम जनता को हो रही कठिनाइयों का भी जिक्र किया। उन्होंने व्यापारियों और उद्योगपतियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को अनुशासन में रखें, 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को वाहन न दें और शराब पीकर गाड़ी न चलाने की हिदायत दी, ताकि रामझूला जैसी घटनाएं ना हों। उन्होंने व्यापारियों को सट्टेबाजी और अवैध गतिविधियों से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि एक व्यापारी भी उपभोक्ता है, इसलिए उन्हें उपभोक्ताओं के हितों का ध्यान रखना चाहिए और नैतिक व स्वस्थ व्यापारिक गतिविधियों में संलग्न होना चाहिए। सभा में बाबुभाई कादरी, दिनेश सारडा, संदीप खेमका, विजय सराफ, कमलकिशोर सारडा, उमेश पटेल और प्रमोद बागड़ी सहित अन्य कई प्रमुख व्यापारी मौजूद थे। सभा का संचालन विवेक मुरारका ने किया और आभार प्रदर्शन तरुण निर्बाण ने किया।