
नागपुर. पिछले दशक में नागपुर शहर का चेहरा तेजी से बदला है। सड़कों की स्थिति बेहतर हुई है, 75 प्रतिशत जनता को 12 से 24 घंटे तक पीने का पानी मिल रहा है, और स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़ी सुविधाएँ विकसित की गई हैं। शहर का समग्र विकास हुआ है और हम हर क्षेत्र में विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। नागपुर की जनता ने जातिवाद से ऊपर उठकर हमें चुनकर सेवा का मौका दिया, इसीलिए शहर के विकास का पूरा श्रेय नागपुर की जनता को जाता है, यह बयान केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज (बुधवार) अपने संबोधन में दिया। उन्होंने कहा कि अब तक जितना काम हुआ है, अगले पांच सालों में उससे तीन गुना काम होगा। इस अवसर पर दक्षिण नागपुर के बीजेपी-महा युति उम्मीदवार मोहन मते, पूर्व नागपुर के उम्मीदवार कृष्णा खोपडे और उत्तर नागपुर के उम्मीदवार डॉ. मिलिंद माने के चुनाव प्रचार हेतु नितिन गडकरी की सभाओं का आयोजन किया गया। इस दौरान बीजेपी के शहर अध्यक्ष जितेंद्र कुकडे, पूर्व विधायक अनिल सोले और नरेंद्र बोरकर भी उपस्थित थे। नितिन गडकरी ने कहा, “पिछले दस सालों में नागपुर में बड़ा बदलाव आया है। पहले शहर की सड़कों की हालत खराब थी, अब वे अच्छी हो चुकी हैं। पहले पानी की समस्या थी, हमने 93 जलकुंभ बनाने का काम शुरू किया था, जिसमें से 83 जलकुंभ पूर्ण हो चुके हैं। अब शहर के 75 प्रतिशत लोगों को 12 से 24 घंटे पानी मिल रहा है, और जल्द ही शहर में टैंकरों की समस्या भी खत्म हो जाएगी।” उन्होंने यह भी जानकारी दी कि म्हालगी नगर चौक से शताब्दी चौक तक एक नया उड़ान पुल बनेगा।
झूठे प्रचार से सतर्क रहने की अपील
गडकरी ने कहा, “हमने कभी भी जातिवाद की राजनीति नहीं की, लेकिन हमारे बारे में झूठे प्रचार किए गए। कांग्रेस ने लोगों को यह कहा कि हम संविधान बदलने जा रहे हैं। हम संविधान नहीं बदलने जा रहे और न ही किसी को ऐसा करने की अनुमति देंगे। ताजबाग और दीक्षाभूमी का विकास हमारी सरकार ने किया है। मुस्लिम हो या दलित, हमने योजनाओं का लाभ सभी को दिया है। कुछ लोग मतदाताओं में भ्रम फैलाने का प्रयास करेंगे, लेकिन मतदाताओं को कांग्रेस के झूठे प्रचार से बचने की जरूरत है।”
नागपुर में सीएनजी का उत्पादन शुरू
“2400 करोड़ रुपये की नागनदी योजना मंजूर हो चुकी है, जिसके तहत दक्षिण नागपुर के सभी नाले नागनदी से जुड़े जाएंगे और उनकी सफाई की जाएगी। पूर्व में जहां हम भांडेवाड़ी में कचरा डालते थे, वहां अब कचरे से सीएनजी तैयार की जाएगी। यह सीएनजी शहर में स्कूटर और कारों के लिए उपलब्ध होगी। सीएनजी से पेट्रोल के मुकाबले लागत में 40 प्रतिशत तक कमी आएगी। इसके अलावा, 5000 करोड़ रुपये खर्च करके शहर में पाइपलाइन से गैस आपूर्ति की योजना भी लाई जा रही है,” गडकरी ने बताया।
उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर
गडकरी ने कहा कि भांडेवाड़ी की खाली जमीन पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय का निर्माण हुआ है, जिसमें 450 करोड़ रुपये की निवेश से यह परियोजना पूरी हुई। इसके पास ही 50 एकड़ जमीन पर नरसी मोनजी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान भी आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नागपुर में एक हजार बिस्तरों वाला एम्स अस्पताल, विश्वस्तरीय आईआईटी, आईआईएम और मिहान प्रोजेक्ट के तहत एचसीएल, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा जैसी कंपनियाँ स्थापित हो चुकी हैं, जिससे अब तक 88 हजार युवाओं को रोजगार मिला है। आने वाले समय में 2 लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य है।
उत्तर नागपुर में भेदभाव नहीं
नितिन गडकरी ने कहा, “उत्तर नागपुर में हमने कभी भी भेदभाव नहीं किया। जाति और धर्म के आधार पर राजनीति नहीं की। चाहे हमें वोट मिले या न मिले, हमने यहाँ सड़कें बनाई, पानी की व्यवस्था की। हमनें कभी जाति को अपने काम में बाधक नहीं बनने दिया।”