
नागपुर. शुक्रवार 20 दिसंबर को प्रेरणा कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्र रियान पठान पर कॉलेज के ही छात्र क्रिश गुप्ता ने अपने 10-15 दोस्तों के साथ मिलकर जानलेवा हमला किया। यह घटना कॉलेज परिसर के बाहर हुई, जहां रियान और उसके दोस्त जैनुल पर तलवार और पत्थरों से हमला किया गया। घटना से आठ दिन पहले, कॉलेज की पार्किंग में रियान अपनी गाड़ी पार्क कर रहा था। इस दौरान क्रिश गुप्ता ने उसे गाड़ी वहां लगाने से मना किया और धमकाते हुए कहा, “मुझे पहचानता नहीं क्या? यह जगह मेरी है।” इस बहस के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन शुक्रवार को क्रिश ने अपने बाहरी दोस्तों के साथ मिलकर रियान पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में रियान ने तलवार के वार को हाथों से रोकने की कोशिश की और जब उसने तलवार छीनने की कोशिश की, तो उस पर पत्थरों से वार किया गया। इस दौरान उसका दोस्त जैनुल उसे बचाने आया, लेकिन हमलावरों ने उसे भी घायल कर दिए ‘न को सिर, हाथ, उंगलियों और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं। हमले के बाद रियान और जैनुल इमामबाड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचे। पुलिस ने उन्हें अकेले मेडिकल कराने भेज दिया। मेडिकल कराने के बाद रियान ने FIR दर्ज कराई। क्रिश गुप्ता और उसके साथियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 118(1), 115(2) और 351 (3) के तहत मामला दर्ज किया गया। हालांकि, क्रिश को पुलिस ने महज एक सूचना पत्र देकर छोड़ दिया, क्योंकि वह तीन दिन बाद 18 वर्ष का होने वाला है। घटना की जानकारी मिलने पर नागपुर शहर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष वसीम खान ने रियान, जैनुल और उनके परिवार के साथ प्रेरणा कॉलेज पहुंचकर प्रिंसिपल से मुलाकात की। उन्होंने क्रिश गुप्ता को कॉलेज से निष्कासित करने की मांग की। इसके बाद खान और पीड़ित परिवार पुलिस स्टेशन गए, लेकिन वहां न तो थाना प्रभारी और न ही संबंधित अधिकारी मौजूद थे। जब खान ने फोन पर थाना प्रभारी से संपर्क किया, तो उन्होंने सांसद क्रीड़ा महोत्सव में व्यस्त होने की बात कहकर मिलने से इनकार कर दिया। वसीम खान ने कहा, “अगर क्रिश गुप्ता और उसके साथी फिर से रियान और जैनुल पर हमला करते हैं, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? पुलिस और कॉलेज प्रशासन की इस लापरवाही के कारण पीड़ित और उनके परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है।” घटना ने प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।