
आलापल्ली. भारतीय संस्कृति का सम्मान और संविधान का आदर करते हुए भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा “हल्दी-कुंकू स्नेहसहोळा और संविधान जागर” का भव्य आयोजन ग्रामपंचायत सभागृह, आलापल्ली में किया गया। इस कार्यक्रम में संस्कृति और सामाजिक न्याय का संतुलन साधते हुए महिलाओं के सम्मान का उत्सव मनाया गया। इस विशेष सोहळे का उद्घाटन माजी सांसद और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव अशोकजी नेते के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। हल्दी-कुंकू का पारंपरिक उत्सव और संविधान जागर का सामाजिक समानता का संदेश महिलाओं में सामाजिक, आर्थिक और कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबुरावजी कोहळे, जिला महामंत्री प्रकाशजी गेडाम, महिला मोर्चा की प्रदेश सचिव रेखाताई डोळस, भाजपा जिला उपाध्यक्ष और उपसरपंच विनोदभाऊ आकनपल्लीवार, सहकार आघाड़ी के जिला अध्यक्ष आशिषभाऊ पिपरे, भाजपा महिला नेता महिमाताई सिद्धिकी, मालुताई तोडसाम, जिला सचिव पोशालू चौधरी, पोर्णिमाताई ईस्टाम, तालुका महामंत्री सुकमल हलदार, गीता मिश्रा, मंगला गेडाम, मायाताई वासनवार, सरला थुल, कमल अनमुलवार सहित कई महिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में मार्गदर्शन करते हुए मा.खा. अशोकजी नेते ने महिलाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहिण’ योजना महिला सशक्तिकरण के लिए मील का पत्थर साबित हुई है। भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर काम कर रही है। केवल घोषणा नहीं, बल्कि कार्यों के माध्यम से भाजपा सरकार महिलाओं के विकास के लिए समर्पित है।” उन्होंने महिलाओं से अपील की कि, “समाज की महिलाओं को इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए और अपनी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को ऊंचा करना चाहिए। भाजपा सरकार महिला सम्मान और प्रगति के लिए काम करने वाली सरकार है।” आगे उन्होंने संविधान जागर पर बात करते हुए कहा, “महिलाओं के अधिकारों की जागरूकता और न्याय दिलाने के प्रयास से ही उनका असली सम्मान है। भाजपा की नज़र महिलाओं के सशक्तिकरण पर गंभीरता से है।” इस कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और प्रेरणादायक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संविधान लोकतंत्र का आत्मा है और हल्दी-कुंकू संस्कृति का गौरव है। इस कारण दोनों का संगम करते हुए संविधान का पूजन और उद्देशिका का वाचन किया गया। संविधान की शपथ लेकर भाजपा महिला मोर्चा के नेतृत्व में यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए मार्गदर्शक साबित हुआ। इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं के सम्मान का जागर और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया गया। भाजपा महिला मोर्चा की ओर से भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, यह आश्वासन पदाधिकारियों ने दिया।