
Desk News. केंद्र सरकार ने बजट में आयकर सीमा को 12 लाख रुपये तक बढ़ाने का जो साहसिक फैसला लिया है, वह देश के बजट के इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम है। यह कहना है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का, जिन्होंने केंद्रीय बजट का विश्लेषण करते हुए यह बात कही। वित्तीय प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत मनी बी इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित ‘अमृतकाल: विकसित भारत – 2047’ नामक तीन दिवसीय निवेशक प्रशिक्षण परिषद का उद्घाटन शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों संपन्न हुआ। फडणवीस ने कहा कि आयकर सीमा बढ़ाने के इस निर्णय के दूरगामी परिणाम होंगे। इससे वस्तुओं और सेवाओं की खरीदारी बढ़ेगी, मांग में वृद्धि होगी, जिससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे और पूरी अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि अमृतकाल में आम नागरिकों और महाराष्ट्र राज्य को विकास के कई अवसर उपलब्ध होंगे, इसलिए अधिक से अधिक लोगों को ‘अमृत बजट’ का लाभ उठाना चाहिए।लक्ष्मीनगर स्थित साइंटिफिक सोसाइटी लॉन में आयोजित इस कार्यक्रम में केडिया सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक और स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ विजय केडिया, एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर श्रीराम कृष्णन, मनी बी की निदेशक शिवानी दाणी और प्रबंध निदेशक आशुतोष वखरे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में आर्थिक लेनदेन में धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वित्तीय जागरूकता और प्रशिक्षण के अभाव में कई लोगों को जीवनभर की कमाई गंवानी पड़ी है। ऐसे समय में मनी बी वित्तीय प्रशिक्षण और जनजागरूकता का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। उन्होंने इस कार्य के लिए आशुतोष वखरे और शिवानी दाणी वखरे की सराहना की। स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ विजय केडिया ने ‘अमृतकाल’ पर कविता प्रस्तुत की और अगले चार वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था के दुनिया की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की उम्मीद जताई। वहीं, एनएसई के श्रीराम कृष्णन ने कहा कि आने वाले दस वर्षों में भारत का जीडीपी 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा और पूंजी बाजार (कैपिटल मार्केट) में तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान 2,000 से 3,000 नई कंपनियां स्टॉक मार्केट में शामिल होंगी, जिससे निवेशकों और उद्यमियों के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे। श्रीराम कृष्णन ने मनी बी इंस्टीट्यूट के वित्तीय प्रशिक्षण और जनजागरूकता के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) मनी बी के साथ मिलकर काम करने के लिए इच्छुक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों अश्विनी अमृततुल्य के संस्थापक अतुल खोब्रागडे का सम्मान किया गया। साथ ही, मनीष बंसल द्वारा लिखित पुस्तक ‘फाइनेंशियल फ्रीडम – अ वे टू रिच लाइफ’ का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में आलोक मोहन शेरी और पूनम आलोक शेरी ने मुख्यमंत्री को एक पेंटिंग भेंट की। सायंटिफिक सोसाइटी की ओर से श्री गडीकर और उनकी टीम ने देवेंद्र फडणवीस का सम्मान किया। कार्यक्रम की शुरुआत में याज्ञवल्क वखरे ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, और आसावरी गलांडे-देशपांडे ने कार्यक्रम का संचालन किया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट गरीब, युवा, किसान और महिलाओं को समर्पित है। उन्होंने कहा कि इस बजट में कृषि विकास, उत्पादकता, एमएसएमई, निवेश, मेक इन इंडिया, रोजगार, ऊर्जा, स्टार्टअप आदि महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। शाम 6:30 बजे केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल, मॉर्गन स्टैनली इंडिया के प्रबंध निदेशक रिधम देसाई और वेंचर कैटलिस्ट ग्रुप के सह-संस्थापक अपूर्व शर्मा भारतीय अर्थव्यवस्था, निवेश, शेयर बाजार और संपत्ति सृजन जैसे विषयों पर मार्गदर्शन करेंगे।