
कुरखेडा तहसील के मौजा कढोली में 30 नवंबर 2024 को बिरसा मुंडा जयंती महोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूर्व सांसद और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री अशोकजी नेते मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने बिरसा मुंडा और आदिवासी समाज के आराध्य देवताओं की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अशोकजी नेते ने कहा, “देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है। यह निर्णय आदिवासी समाज के लिए गर्व का विषय है। साथ ही, आज देश के सर्वोच्च पद (राष्ट्रपति) पर एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू विराजमान हैं, जो समाज के सम्मान को दर्शाता है।”उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस ने 75 वर्षों तक देश पर शासन किया, लेकिन आदिवासी समाज को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार थे। आदिवासी समाज का केवल राजनीति के लिए उपयोग किया गया।”
नेते ने जल, जमीन, और जंगल को आदिवासियों का अधिकार बताते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन में आदिवासी शूरवीरों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने आदिवासी समाज से एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील की और कहा कि ऐसे महोत्सव समाज को प्रेरणा देने का काम करते हैं।इस कार्यक्रम में जिला महामंत्री प्रकाशजी गेडाम, सदानंद कुथे, सामाजिक नेता पिंटूभाऊ आकरे, सरपंच चंद्रकांत चौके सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में बिरसा मुंडा के जीवन और कार्यों पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम शांति और सफलता के साथ संपन्न हुआ।