
नागपुर. पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक (PPI) और आक्रमण युवक संगठन नागपुर जिले के संयुक्त तत्वावधान में कांशीराम जी की 18वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 9 अक्टूबर को इमामवाड़ा जटतरोडी चौक पर संविधान सम्मान सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र के उम्मीदवार ओपुल तामगाड़गे के प्रचार की शुरुआत एक विशाल जनसभा के माध्यम से की गई। यह सभा आम जनता, गरीबों, मजदूरों, छात्रों और गृहणियों की ओर से आयोजित की गई थी। ओपुल तामगाड़गे ने देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ इस लड़ाई में एक आंबेडकरवादी कार्यकर्ता के रूप में सीधे जनता से उतरने का संकल्प लिया है, जिससे यह मुकाबला ब्राह्मण बनाम बहुजन मूलनिवासी बन गया है। इस जनसभा में आक्रमण युवक संगठन के संस्थापक, सुप्रीम कोर्ट के वकील और प्रमुख मार्गदर्शक एडवोकेट सुनील गजभिये मुख्य अतिथि और अध्यक्ष के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में जनता से एकजुट होकर अपने उम्मीदवार को चुनने और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह आंबेडकरी समाज की आखिरी लड़ाई है और इसे जीतना बेहद जरूरी है। उन्होंने ओपुल तामगाड़गे को एक ‘आंबेडकरी बाघ’ बताते हुए कहा कि वह संविधान के दुश्मनों से लड़ेंगे और जनता को उनके क्षेत्र का विकास करने के लिए तामगाड़गे का समर्थन करना चाहिए। सभा में ओपुल तामगाड़गे ने अपने भाषण में देवेंद्र फडणवीस पर पिछले 10 वर्षों में क्षेत्र की जनता की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दीक्षाभूमि, जो एक अंतरराष्ट्रीय स्थल है, उसका उचित विकास अब तक नहीं हुआ है। उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर दीक्षाभूमि के विकास के नाम पर बौद्ध समाज को भावनात्मक रूप से ठगने का आरोप लगाया। सभा का संचालन बृजेश खटाना ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन आक्रमण युवक संगठन के जिला प्रमुख धनराज हाडके ने किया।