
नागपुर. नटराज आर्ट एंड कल्चर सेंटर, नागपुर द्वारा समुद्रपूर तहसील के रामनगर गांव को गोद लिया गया है और इसे ‘कलाग्राम’ के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य गांव के कलाकारों को विभिन्न कार्यशालाओं और व्याख्यानों के माध्यम से हस्तकलाओं का प्रशिक्षण देना है।
धरमपेठ शिक्षण संस्थान का स्थापना दिवस सामाजिक जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर नटराज आर्ट एंड कल्चर सेंटर के समन्वयक, एंड. संजीव देशपांडे ने इस प्रकल्प की घोषणा की। इस घोषणा के दौरान उन्होंने बताया कि आगामी एक वर्ष में गांव के कलाकारों को विभिन्न हस्तकलाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे गांव की कला और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। इस कार्यक्रम में नटराज आर्ट एंड कल्चर सेंटर के प्राचार्य डॉ. रविंद्र हरिदास, प्रो. सदानंद चौधरी, प्रो. मौक्तिक काटे, प्रो. नेहा मालवे, प्रो. तुषार राऊत, प्रो. विलास महाजन, प्रो. दिनेश लोहकरे और अन्य शिक्षक, शिक्षके तर कर्मचारी व विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
नटराज आर्ट एंड कल्चर सेंटर का यह कदम ग्रामीण कलाकारों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के उद्देश्य से उठाया गया है। सेंटर का लक्ष्य है कि यह ‘कलाग्राम’ न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करे बल्कि ग्रामीण विकास और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करे। इस पहल के माध्यम से, ग्रामीण हस्तकलाओं को नई पहचान और बाजार मिल सकेगा, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।