नागपुर. वरोरा के स्वर्गीय रतन टाटा परिसर, लक्षवेध मैदान पर आयोजित मुख्यमंत्री चषक ऑल इंडिया कबड्डी स्पर्धा में पुरुष वर्ग में जय हिंद क्लब वरोरा और महिला वर्ग में वैष्णवी क्लब हैदराबाद ने खिताबी जीत दर्ज की। पूरे टूर्नामेंट के दौरान दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया और आखिरकार फाइनल में अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर देते हुए चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। पुरुष गट के अंतिम सामन्यात जय हिंद क्लब वरोरा और युवा फलटण पुणे के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। शुरुआत से ही जय हिंद क्लब वरोरा ने आक्रामक खेल दिखाया और बढ़त बनाई, लेकिन युवा फलटण की टीम ने भी कड़ी टक्कर दी। अंततः, जय हिंद वरोरा ने 32-29 अंकों के करीबी अंतर से यह मुकाबला जीत लिया। इस जीत में अंकित और चेतन शाहू का शानदार योगदान रहा, जिन्होंने अपने दमदार खेल से युवा फलटण के प्रमुख खिलाड़ी आदित्य शिंदे को हावी होने का मौका ही नहीं दिया। इससे पहले युवा फलटण पुणे ने सेमीफाइनल में स्टार अकादमी जबलपुर को 51-22 से हराया था, जबकि जय हिंद वरोरा ने रूपाली ज्वेलर्स मुंबई को 46-20 के बड़े अंतर से मात दी थी। तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में स्टार अकादमी जबलपुर ने रूपाली क्लब मुंबई को 50-41 से हराकर कांस्य पदक जीता। महिला गटात अंतिम सामन्यात वैष्णवी क्लब हैदराबाद और ठाणे महानगरपालिका की टीम आमने-सामने थीं। मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, खासतौर पर दूसरे हाफ में। मध्यांतर तक ठाणे की टीम 22-12 से पीछे थी, लेकिन हर्षा शेट्टी के जबरदस्त प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने शानदार वापसी की। हालांकि, अंतिम क्षणों में वैष्णवी क्लब ने अपनी पकड़ मजबूत करते हुए 31-29 अंकों से जीत दर्ज की और खिताब पर कब्जा जमाया। सेमीफाइनल में वैष्णवी हैदराबाद ने सेंट्रल रेलवे मुंबई को 34-21 से हराया था, जबकि ठाणे महानगरपालिका ने वेस्टर्न रेलवे मुंबई को 29-26 अंकों से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में वेस्टर्न रेलवे मुंबई ने सेंट्रल रेलवे मुंबई को 32-11 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इस भव्य टूर्नामेंट के समापन अवसर पर नागपुर जिले के पालकमंत्री एवं राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले उपस्थित थे। उन्होंने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि “यह टूर्नामेंट शानदार तरीके से आयोजित किया गया है और आने वाले वर्षों में इसे और बड़े पैमाने पर किया जाएगा।” इस दौरान पूर्व विधायक सुधाकर कोहले भी मंच पर उपस्थित थे। बाद में हुए पुरस्कार वितरण समारोह में सहायक पुलिस आयुक्त श्री शेवाळे साहेब ने विजेता और उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और नकद पुरस्कार वितरित किए। इस टूर्नामेंट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कबड्डी अब सिर्फ ग्रामीण खेल नहीं रहा, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। खिलाड़ियों ने जिस तरह से दमदार प्रदर्शन किया, वह निश्चित रूप से भविष्य में भारतीय कबड्डी के लिए अच्छे संकेत हैं। आयोजकों का मानना है कि आने वाले वर्षों में यह टूर्नामेंट और भी बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा, जिससे युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली टीमें अब अपनी तैयारियों को और मजबूत करेंगी, क्योंकि आगामी राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में इन्हीं खिलाड़ियों को अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिलेगा। दर्शकों और खेल प्रेमियों के लिए यह टूर्नामेंट एक यादगार आयोजन बन गया, जिसने कबड्डी के प्रति उत्साह को और बढ़ा दिया। इस तरह, मुख्यमंत्री चषक ऑल इंडिया कबड्डी स्पर्धा ने शानदार मुकाबलों और प्रतिभावान खिलाड़ियों के साथ अपने समापन की ओर कदम बढ़ाया, लेकिन यह निश्चित है कि यह प्रतियोगिता आने वाले समय में और अधिक रोमांच लेकर लौटेगी।
महाराष्ट्र दिवस पर चंद्रशेखर बावनकुले ने दी शुभकामनाएं
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