
चंद्रपुर. पालकमंत्री एवं राज्य के आदिवासी विकास मंत्री डॉ. अशोक उईके ने कहा कि विद्यार्थी ही केंद्रबिंदु मानकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना प्रत्येक शिक्षक का कर्तव्य है। आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में यह आवश्यक है कि शिक्षक विद्यार्थियों को इस योग्य बनाएं कि वे आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि इंग्लिश स्कूलों की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद जिला परिषद स्कूलों में भी बेहतर शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य संभव है। इसके लिए सभी शिक्षकों को संकल्प लेना चाहिए कि वे स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करेंगे। डॉ. उईके जिला अधिकारी कार्यालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में जिलाधिकारी विनय गौड़ा जी.सी., मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुलकित सिंह, प्राथमिक शिक्षणाधिकारी अश्विनी सोनवणे, माध्यमिक शिक्षणाधिकारी राजेश पाताले, डॉ. मिलिंद कांबले, डॉ. महादेव चिंचोले व डॉ. अशोक कटारे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। पालकमंत्री ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं के लिए सरकार की ओर से धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रसंख्या में गिरावट के कारणों का अध्ययन कर शिक्षा विभाग को कदम उठाने चाहिए। शिक्षकों को विद्यार्थियों की गुणवत्ता सुधारने और उनके पालकों का विश्वास जीतने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने ‘असर’ और ‘नैस’ जैसे शैक्षणिक उपक्रमों का उपयोग कर सुधार के प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही सुझाव दिया कि प्रत्येक स्कूल में अध्यापन पर विशेष ध्यान देने के लिए शिक्षकों की समितियां बनाई जाएं। नवाचार और अध्यापन की गुणवत्ता के लिए शिक्षकों द्वारा शिक्षकों की ही जांच होनी चाहिए।पालकमंत्री ने निर्देश दिए कि नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से ही विद्यार्थियों का स्वागत अच्छे ढंग से हो और हर 15 दिन में पालकों की उपस्थिति में चावड़ी वाचन जैसे उपक्रम हों। जिन स्कूलों में इंटरनेट और बिजली की समस्या है, वहां जिला नियोजन समिति से मदद की जाएगी। डॉ. उईके ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी गांव स्तर की स्कूलों का नियमित दौरा करें और यह जांचें कि सीसीटीवी चालू हैं या नहीं, शिकायत पेटी का उपयोग हो रहा है या नहीं। साथ ही पालकों तक छात्रवृत्ति योजनाओं की जानकारी भी पहुंचाई जाए। चंद्रपुर जिले में कुल 2461 स्कूल हैं, जिनमें से 1549 स्कूल जिला परिषद के अंतर्गत आती हैं। जिले में कुल 3,61,687 विद्यार्थी हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि ग्रामीण क्षेत्रों में मानव विकास कार्यक्रम के तहत 7445 छात्राओं को साइकिल वितरित की गई हैं।