नागपुर. कन्हैया कुमार ने महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि एक समय में महाराष्ट्र की राजनीति में प्रभाव रखने वाला राज्य अब दिल्ली में होने वाली मीटिंग्स से नियंत्रित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के संबंध में निर्णय अब मराठी लोग नहीं, बल्कि गुजरात के लोग कर रहे हैं। कन्हैया ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा-शिंदे सरकार ने 25 से अधिक परियोजनाएं गुजरात को समर्पित कर दी हैं, और राज्य के उद्योगों को वहां शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा फुले, शाहू महाराज, और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जैसे महापुरुषों के प्रगतिशील विचारों का हवाला देते हुए कहा कि महाराष्ट्र को दिशा देने वाले इन विचारों को महायुती सरकार ने नष्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आज महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री दिल्ली में भाजपा के नेताओं का ‘मुजरा’ करने जाता है। कन्हैया कुमार ने कहा कि अगर महाराष्ट्र को फिर से राष्ट्रीय राजनीति में अपना दबदबा स्थापित करना है, तो महाविकास आघाड़ी के नेतृत्व में बदलाव लाना होगा और गद्दारों को सबक सिखाना होगा। उन्होंने किसानों के मुद्दे पर कहा कि फसल के उचित मूल्य और कर्ज माफी जैसी राहतें न मिलने से किसान संकट में हैं। व्यापारियों को फसल बेचने पर भी उचित दाम नहीं मिलते हैं, जबकि अमीर उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है। कन्हैया ने लोगों से आगामी चुनाव में महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी गिरीश पांडव को बड़े बहुमत से जिताने की अपील की। इसी दौरान 2019 विधानसभा चुनाव में गिरीश पांडव के विरोध में बसपा से चुनाव लड़ने वाले शंकर थूल ने कांग्रेस में प्रवेश कर पांडव का समर्थन घोषित किया। कार्यक्रम में विधायक अभिजीत वंजारी, शिवसेना के नितिन तिवारी, कांग्रेस प्रवक्ता अक्षय राऊत, प्रेमकुमार उके, प्रभारी मनोज चव्हाण, पूर्व नगरसेवक मनोज साबळे, मनोज गावंडे, और दिनेश तराळे समेत कई नेता मौजूद रहे।
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DESK NEWS. जम्मू-कश्मीर…