
नागपुर. 57-उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार रमेश बाबुराव फुले ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के माध्यम से मतगणना में धांधली कर चुनावी परिणामों को प्रभावित किया है। फुले का कहना है कि क्षेत्र की जनता का उनके प्रति भारी समर्थन था और उन्हें 40 से 50 हजार वोट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन जब नतीजे आए, तो उन्हें मात्र 0 से 100 के बीच वोट दिखाए गए, जो कि पूरी तरह से फर्जी और अन्यायपूर्ण है। रमेश फुले ने कहा कि उनके परिवार के 18 वोट उनके ही इलाके के बूथ क्रमांक 292 पर दर्ज थे, लेकिन वहां EVM ने उन्हें केवल 2 वोट दिखाए। ऐसे ही कई उदाहरणों का हवाला देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने धर्म, जाति, पैसे और दबाव का सहारा लेकर लोकतंत्र की हत्या की है।
जनता में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
फुले ने कहा कि 57-उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता इस फर्जीवाड़े से नाराज है और जल्द ही आंदोलन का रास्ता अपना सकती है। उनका कहना है कि यह न केवल उनकी हार का मामला है, बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए खतरा है। उन्होंने चुनाव आयोग से दोबारा मतगणना की मांग करते हुए कहा कि EVM में हुई गड़बड़ी की जांच होनी चाहिए और जनता को न्याय मिलना चाहिए।
भाजपा पर गंभीर आरोप
रमेश फुले ने भाजपा पर प्रलोभन देकर और योजनाओं के वादे कर मतदाताओं को भ्रमित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “लाडली बहना योजना” जैसे कार्यक्रमों का इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए किया गया और EVM के माध्यम से वोटों का ध्रुवीकरण किया गया। फुले ने इसे सत्ता के लालच में लोकतंत्र की हत्या और देश में अस्थिरता फैलाने का प्रयास बताया।
पुनर्मतगणना की मांग
फुले ने यह स्पष्ट किया कि जब तक इस फर्जीवाड़े की निष्पक्ष जांच नहीं होती और दोबारा मतगणना नहीं की जाती, वे और उनके समर्थक शांत नहीं बैठेंगे। उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। 57-उत्तर नागपुर की जनता इस मुद्दे पर सड़कों पर उतरकर भाजपा की धांधली के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार है। फुले ने कहा कि यह लड़ाई केवल एक उम्मीदवार की नहीं, बल्कि लोकतंत्र के सम्मान और न्याय की है।