
गढ़चिरौली. नए साल का पहला दिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गढ़चिरौली जिले में बिताया। उनके नेतृत्व में खतरनाक नक्सली तारक्का समेत 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। आजादी के 77 साल बाद पहली बार अहेरी से गर्देवाड़ा तक बस सेवा का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने इस बस में यात्रा कर लोगों को प्रेरित किया। लॉयड कंपनी के विभिन्न उपक्रमों की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने 6200 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया, जिससे 9000 से अधिक रोजगार सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने लॉयड्स काली अम्मल अस्पताल और लॉयड्स राज विद्यनिकेतन सीबीएसई स्कूल का भी शुभारंभ किया, जहां 1200 छात्र शिक्षा प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री ने पेंगुंडा में जवानों और ग्रामीणों से मुलाकात की। यह इलाका बेहद दुर्गम माना जाता है। इस क्षेत्र का दौरा करने वाले वे पहले मुख्यमंत्री बने। तारक्का समेत 11 नक्सलियों ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया। इनमें 8 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं। इन पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सरकारों ने 1 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम घोषित किया था। सरकार ने इन सभी के पुनर्वास के लिए 86 लाख रुपये की सहायता प्रदान की। ग्रीन माइनिंग परियोजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे खनन क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन कम होगा और खनिज परिवहन में ईंधन की बचत होगी। गोंडवाना विश्वविद्यालय के ऑस्ट्रेलिया के एक विश्वविद्यालय से करार के तहत खनन के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। सी-60 कमांडो ने क्षेत्र में जनता का विश्वास अर्जित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नक्सलियों में शामिल होने के लिए कोई युवा तैयार नहीं है। 2024 में अब तक 24 नक्सली मारे गए और 18 को गिरफ्तार किया गया है। पिछले 6 महीनों में 27 नक्सलियों ने मुख्यधारा में वापसी की है। मुख्यमंत्री ने गढ़चिरौली को जल्द ही “स्टील सिटी” बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के समर्थन का उल्लेख करते हुए फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार माओवाद के खात्मे के लिए अन्य राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।