
नागपुर: शहर पुलिस ने अर्बन नक्सल संदिग्ध रेज़ाज बी शीबा सिद्दीक के खिलाफ सोमवार को कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम – UAPA के तहत कार्रवाई की है। रेज़ाज को पिछले सप्ताह नागपुर से गिरफ्तार किया गया था। उस पर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर इंस्टाग्राम पर विवादास्पद पोस्ट करने के आरोप हैं। पुलिस ने सोमवार को केरल के एर्नाकुलम स्थित उसके घर पर छापा मार कर दो पेन ड्राइव, दो मोबाइल फोन और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सिद्दीक का संबंध पाकिस्तान स्थित आईएसआई एजेंटों, जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF), और माओवादी नेटवर्क से था। सूत्रों के मुताबिक, जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से यूके की सिम का उपयोग कर आईएसआई एजेंटों से बातचीत का पता चला है। इन उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इनमें जम्मू-कश्मीर से जुड़ी संवेदनशील जानकारी जुटाने और उसे पाकिस्तान भेजने के निर्देश शामिल हैं।केरल एटीएस की टीम भी सोमवार शाम नागपुर पहुंच गई है और सिद्दीक से पूछताछ शुरू कर दी गई है। छानबीन में यह भी सामने आया है कि सिद्दीक माओवादी विचारधारा के प्रचार-प्रसार और शहरी विस्तार की योजना में भी सक्रिय था। वह प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य कन्नन मुरली के संपर्क में था। साथ ही, दिवंगत माओवादी विचारक जीएन साईबाबा की जीवनी पर आधारित एक पुस्तक भी उसके पास से मिली है।पुलिस का कहना है कि सिद्दीक खुद को पत्रकार बताकर विभिन्न संस्थानों में घुसपैठ करता था और संवेदनशील जानकारी एकत्र कर आईएसआई एजेंटों को भेजता था।सिद्दीक के संबंध पुणे के भीमा कोरेगांव मामले में आरोपित 16 लोगों से भी बताए जा रहे हैं। साथ ही, वह ‘डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनिट’ के केरल चैप्टर और ‘स्टेट रिप्रेशन विरोधी समिति’ से भी जुड़ा रहा है, जिन्हें माओवादी मोर्चा संगठन माना जाता है।
अधिकारियों के अनुसार, यह मामला देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक “हाइब्रिड खतरे” का संकेत देता है, जिसमें देश विरोधी ताकतों और चरमपंथी संगठनों के बीच साठगांठ का अंदेशा है। जांच एजेंसियां अब सिद्दीक के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की भी तहकीकात कर रही हैं।