
Desk News. महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न हुए राज्य विधानसभा चुनावों में चुनावी प्रक्रिया में पैसों की बाढ़, ईवीएम के गलत इस्तेमाल और अन्य चुनावी धांधलियों के खिलाफ बीआरएसपी (भारत रक्षण सुरक्षा पार्टी) ने संघर्ष का ऐलान किया है। पार्टी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष अँड. डॉ. सुरेश माने ने नागपुर में बीआरएसपी की एक समीक्षा बैठक में कहा कि भारतीय चुनाव आयोग इस मामले में पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। आगामी दिनों में राज्य में और दिल्ली में पार्टी की ओर से उग्र जन आंदोलन किया जाएगा। अँड. माने ने कहा कि विधानसभा चुनावों में महाविकास आघाडी और महायुती के नेताओं ने करोड़ों रुपये का इस्तेमाल करके एक दूसरे के उम्मीदवारों को हराने की कोशिश की। इसके साथ ही उन्होंने चुनावी धांधलियों को उजागर करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने करोड़ों रुपये, शराब और सोने-चांदी की जब्ती की, लेकिन इस पैसों का स्रोत और यह किसके लिए इस्तेमाल हुआ, इसका खुलासा चुनाव आयोग और पुलिस को सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए नोटबंदी के दावों को भी खारिज करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद भी राज्य विधानसभा चुनावों में पैसों का मिसयूज पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है। इसके अलावा, अँड. माने ने ईवीएम के आंकड़ों और महायुती के अप्रत्याशित सफलता पर भी सवाल उठाए, और भारतीय चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का पालन नहीं कर रहा है और केंद्र तथा राज्य सरकार उसे समर्थन दे रही है, जिससे लोकतंत्र और संविधान का उल्लंघन हो रहा है। बीआरएसपी ने यह भी घोषणा की कि राज्य और दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर आंदोलन चलाए जाएंगे। इसके अलावा, पार्टी संगठन में भी बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और जल्द ही नए पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी। बैठक में बीआरएसपी के विदर्भ क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।