
नागपुर. भोंसला मिलिट्री स्कूल, नागपुर ने संस्थापक डॉ. बाळकृष्ण शिवराम मुंजे की 152वीं जयंती के अवसर पर ‘संस्थापक दिवस’ मनाया। यह आयोजन एक साथ नागपुर, नासिक और नई दिल्ली में आयोजित किया गया। नागपुर में कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7 बजे सीताबर्डी स्थित ‘डॉ. मुंजे चौक’ पर हुई। यहां डॉ. बी.एस. मुंजे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। भोंसला मिलिट्री स्कूल के कमांडेंट कर्नल अमरेंद्र हरदास, प्राचार्य डॉ. जे.एस. भोंसला, सैनिक स्कूल के प्राचार्य रियार और मुख्य प्रशिक्षण अधिकारी सब मेजर (मानद कप्तान) चांद मोहम्मद ने श्रद्धांजलि दी। मनपा अग्निशमन विभाग के सहयोग से पूरे चौक को स्वच्छ और सुंदर बनाया गया था। इस दौरान सशस्त्र टुकड़ी और स्कूल बैंड द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद सुबह 10 बजे स्कूल प्रांगण में स्मृति समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में स्कूल के सभी छात्र (रामदंडी) और कर्मचारी शामिल हुए। शिक्षिका कु. हर्षला राजगिरे ने डॉ. मुंजे के बहुआयामी व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। वहीं, छात्रा काउंसलर सौ. शिल्पा मल्हार ने डॉ. मुंजे के जीवन और उनके आदर्शों पर आधारित जानकारी साझा करते हुए छात्रों को भारतीय सशस्त्र बल में शामिल होकर अपने सपने पूरे करने की प्रेरणा दी।
दिल्ली और नासिक में आयोजन: नई दिल्ली में भोंसला मिलिट्री स्कूल, नागपुर और नासिक के पाईप और ड्रम बैंड ने प्रभावशाली रूट मार्च किया। इसके बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास डॉ. मुंजे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। नासिक में भी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्मृति समारोह के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विनोद जी खंदारे (पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम) थे। इस अवसर पर सीएचएमई सोसायटी की विभिन्न संस्थाओं से जुड़े प्रतिभावान लोगों को ‘लोकमान्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
डॉ. मुंजे की प्रेरणा: यह आयोजन डॉ. बी.एस. मुंजे की शिक्षाओं और विचारों को याद करते हुए उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास था। स्कूल के अधिकारियों ने छात्रों को डॉ. मुंजे के आदर्शों को अपनाने और देश सेवा के लिए तत्पर रहने का संदेश दिया। यह आयोजन न केवल भव्य था, बल्कि डॉ. मुंजे के जीवन मूल्यों को समझने और उन्हें आत्मसात करने का एक सशक्त माध्यम भी बना।