
मुंबई – महाराष्ट्र की बहुचर्चित मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना को लेकर एक बड़ा बदलाव सामने आया है। राज्य की महायुति सरकार ने अब इस योजना के तहत मिलने वाली राशि में कटौती कर दी है। पहले इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह दिए जाते थे, लेकिन अब उन्हें केवल 500 रुपये ही मिलेंगे — यह बदलाव उन महिलाओं पर लागू होगा जो नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना का भी लाभ ले रही हैं।
सरकार का फैसला क्या है?
राज्य सरकार ने 28 जून और 3 जुलाई 2024 को इस संबंध में सरकारी आदेश जारी किए थे। सरकार के अनुसार, लगभग 7 लाख 74 हजार महिलाओं को नमो शेतकरी योजना के अंतर्गत 1000 रुपये पहले से मिल रहे हैं। इसलिए अब इन महिलाओं को लाड़ली बहना योजना के तहत सिर्फ 500 रुपये ही दिए जाएंगे, ताकि कुल लाभ की राशि 1500 रुपये बनी रहे।
महिलाओं को करना होगा चुनाव
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, “हम महिलाओं से कह रहे हैं कि वे तय करें कि उन्हें किस योजना का लाभ लेना है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र और राज्य की योजनाओं के बीच कोई टकराव नहीं है और दोनों योजनाएं अपनी जगह महत्वपूर्ण हैं। पवार ने भरोसा दिलाया कि लाड़ली बहना योजना को बंद नहीं किया जाएगा और इसके लिए बजट में पर्याप्त प्रावधान किया गया है।
क्या है असर?
इस फैसले से उन महिलाओं को झटका लगा है जो दोनों योजनाओं का लाभ ले रही थीं, क्योंकि अब उन्हें कुल 1500 रुपये की बजाय लाड़ली बहना योजना से केवल 500 रुपये ही मिलेंगे। हालांकि सरकार का कहना है कि यह समन्वय लाभों को संतुलित करने के लिए किया गया है।