
नाशिक. डाउन सिंड्रोम केयर एसोसिएशन इंडिया और जेनेटिक हेल्थ रिसर्च द्वारा आज रविवार, 23 मार्च 2025 को अर्चित रिअल्टो, होटल बॉबी के सामने, गणपति नगर, आनंदवल्ली गंगापुर रोड पर विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुप्रसिद्ध जेनेटिक विशेषज्ञ डॉ. ज्ञानदेव चोपडे के सौजन्य से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के बाहर से भी कई परिवारों और अभिभावकों ने भाग लिया, जिनके बच्चे डाउन सिंड्रोम से प्रभावित हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, नाशिक के डॉ. सागर भालेराव ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डाउन सिंड्रोम से प्रभावित बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी और काउंसलिंग जैसी विभिन्न शैक्षणिक विधियों की आवश्यकता होती है। इस अवसर पर डॉ. ज्ञानदेव चोपडे ने कहा कि विकलांग व्यक्तियों को केवल सहानुभूति की दृष्टि से न देखकर, उन्हें समाज में उचित सम्मान और समान अवसर देने की जरूरत है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में समावेशन और जागरूकता को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी मार्गदर्शन किया, जिनमें डॉ. प्रविण सुपे, आईएसटीडी के श्री अशोक देशपांडे, डॉ. शीतल पगार, डॉ. बच्छाव, डॉ. वैभव महाजन, डॉ. ढाके, डॉ. मंजिरी जोशी, डॉ. नलिनी कुमार और योग गुरु नंदकुमार देसाई शामिल थे। डाउन सिंड्रोम केयर एसोसिएशन की स्थापना 2007 में हुई थी और यह संस्था बालगोपाल एवं उनके परिवारों के लिए सशक्तिकरण के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करती है। इस बारे में जानकारी देते हुए त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. नमिता चोपडे ने बताया कि यह संगठन प्रभावित बच्चों के समग्र विकास के लिए कई गतिविधियाँ संचालित करता है। कार्यक्रम का प्रास्ताविक एवं संचालन डॉ. नमिता चोपडे ने किया और अंत में सभी ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया।