
नए दिल्ली। साल 1961 में एक मूवी आई थी, नाम था ‘हम दोनों’… इस मूवी का एक बेहद पॉपुलर गाना था ‘अभी ना जाओ छोड़कर कि दिल अभी भरा नहीं….’ देव आनंद और साधना पर शूट हुआ यह गाना आज भी लोगों की जुबां पर बरकरार है. भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान विराट कोहली ने जब 12 मई को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा तो यह गाना एक बार फिर ‘मौजू’ हो गया. इंटरनेट की दुनिया पर मौजूद लोगों और तमाम क्रिकेट फैन्स का मानना था कि 36 साल के कोहली को जाना नहीं चाहिए था, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में उनको देखने के लिए दिल अभी भरा नहीं था. कुछ लोगों का मानना था कि जिस तरह का कोहली का हालिया टेस्ट फॉर्म था, उसे लेकर उन्होंने संभवत खुद ही मंथन किया और संन्यास लेने का फैसला कर लिया. क्योंकि हमने कोहली के 14 सालों के टेस्ट करियर को जब हमने डिकोड करने की की कोशिश की तो यह बात सामने आई कि पिछले पांच सालों में उनके करियर में गिरावट दर्ज की गई थी. किंग कोहली का टेस्ट डेब्यू जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में हुआ. कोहली ने तब पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 15 रन बनाए थे. वहीं उनका आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में था, जो जनवरी 2025 में खेला गया था. इस आखिरी टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 17 तो दूसरी पारी में 6 रन बनाए थे.
कोहली की आखिरी टेस्ट सीरीज (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) भी कहीं से यादगार नहीं थी, उन्होंने पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच यानी पर्थ टेस्ट में शतक जरूर जड़ा, लेकिन इसके बाद वो संघर्ष करते हुए दिखे थे. कोहली ने तब उस सीरीज के 5 मुकाबलों की 9 पारियों में 23.75 के एवरेज से महज 190 रन बनाए थे. इसमें पर्थ में जड़ा गया 100 रनों का नॉट आउट शतक शामिल था.