नागपुर. जिले के रामटेक, पेंच और पारशिवनी क्षेत्र में बढ़ते बाघ हमलों के कारण ग्रामीणों में फैले डर को दूर करने के लिए सरकार द्वारा जल्द ही ठोस उपाय किए जाएंगे। इस कार्य के लिए किसी भी प्रकार की धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), आधुनिक तकनीक, सौर ऊर्जा, भयग्रस्त गांवों के लिए बाड़ लगाने जैसी योजनाओं पर जल्द से जल्द अमल किया जाएगा। यह आश्वासन राज्य के राजस्व मंत्री और नागपुर जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने ग्रामीणों को दिया।
पारशिवनी तहसील के नवेगांव खैरी में बाघ के हमलों से भयभीत ग्रामीणों को हौसला देने के लिए सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राज्य के वनमंत्री गणेश नाइक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। इस अवसर पर राज्यमंत्री आड. आशीष जैस्वाल, सांसद श्यामकुमार बर्वे, जिला पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक शोमिता विश्वास, वरिष्ठ अधिकारी श्रीनिवास राव, प्रविण चव्हाण, श्रीलक्ष्मी, अतिरिक्त जिलाधिकारी तुषार ठोंबरे, उपवनसंरक्षक भारतसिंह हाडा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि देश में बाघों की संख्या में कमी न आए, इसके लिए वन विभाग और वन समितियों के प्रयासों से उनकी संख्या बढ़ाने में सफलता मिली है। हालांकि, जिन बाघों ने ग्रामीणों पर हमले किए, वे आक्रामक नहीं थे, बल्कि अपने प्राकृतिक आवास से बाहर आने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। उन्होंने बताया कि जो गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, वहां सुरक्षा बाड़, सौर ऊर्जा आधारित लाइटें, बांस की खेती और एआई तकनीक का उपयोग करके सुरक्षा उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कोढासावली गांव में बाघ हमले में मारे गए दशरथ धोटे के परिवार से उनके घर जाकर मुलाकात की और सांत्वना दी। इसके अलावा, उन्होंने पेंच क्षेत्र के कुछ अन्य गांवों का भी दौरा कर ग्रामीणों से चर्चा की।
केंद्र सरकार की अनुमति से अन्य राज्यों में बाघों का स्थानांतरण
— वनमंत्री गणेश नाइक
वनमंत्री गणेश नाइक ने कहा कि नागपुर जिले के व्याघ्र प्रकल्पों और बाघों के आवासीय क्षेत्रों में उनकी संख्या बढ़ गई है। इस स्थिति को देखते हुए, कुछ बाघों को अन्य राज्यों में स्थानांतरित करने के लिए केंद्र सरकार से चर्चा की जाएगी और इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में तत्काल प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
आहत परिवारों की मदद के लिए त्वरित कार्रवाई पर जोर
— आड. आशीष जैस्वाल
राज्यमंत्री आड. आशीष जैस्वाल ने कहा कि जिन परिवारों के सदस्य बाघों के हमले में मारे गए हैं, उन्हें तत्काल सहायता देने के उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे त्वरित कार्रवाई कर अपनी ओर से प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजें। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि बाघों का भय ही नहीं, बल्कि जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाए गए नुकसान की भी भरपाई के लिए प्रशासन को गंभीरता से कदम उठाने चाहिए।
पेंच क्षेत्र के देवलापार में बनेगा आधुनिक उपचार केंद्र
बाघ के हमलों और अन्य जंगली जानवरों के कारण घायल होने वाले ग्रामीणों को त्वरित इलाज मिल सके, इसके लिए पेंच परियोजना क्षेत्र या आसपास के गांवों में एक आधुनिक उपचार केंद्र स्थापित किया जाएगा। इस विषय में सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। बैठक में सांसद श्यामकुमार बर्वे ने कहा कि ग्रामीणों में बाघों का डर और इसका खेती पर पड़ने वाला असर एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।