
चंद्रपुर. महाराष्ट्र के आदिवासी विकास मंत्री एवं चंद्रपुर जिले के पालक मंत्री डॉ. अशोक उइके की संकल्पना के तहत 7 फरवरी 2025 को ‘संवाद चिमुकलों से अभियान’ का आयोजन किया गया। इस अभियान के अंतर्गत चंद्रपुर जिले की शासकीय आदिवासी आश्रमशालाओं में वरिष्ठ अधिकारियों ने रात्रि प्रवास कर विद्यार्थियों से संवाद किया और विद्यालय एवं छात्रावास की सुविधाओं का निरीक्षण किया। राज्य में आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत कुल 497 शासकीय आश्रमशालाएं संचालित हैं। इन आश्रमशालाओं एवं छात्रावासों में आदिवासी विद्यार्थियों को उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने, उनकी समस्याएं समझने और उनसे संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से यह अभियान शुरू किया गया। इस अभियान के अंतर्गत आदिवासी विकास मंत्री के निजी सचिव ललितकुमार वरहाड़े ने राजुरा तहसील के देवाड़ा स्थित शासकीय आदिवासी आश्रमशाला में रात्रि प्रवास किया। वहीं, एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना, चंद्रपुर के परियोजना अधिकारी विकास राचेलवार एवं विशेष कार्य अधिकारी श्री वाडेकर ने जीवती तहसील के पाटन स्थित शासकीय आदिवासी आश्रमशाला में रात्रि प्रवास कर छात्रों से संवाद किया। निजी सचिव ललितकुमार वरहाड़े ने देवाड़ा आश्रमशाला के कक्षा 5वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों से बातचीत की और उनके शैक्षणिक एवं रहन-सहन की परिस्थितियों की समीक्षा की। उन्होंने कक्षाओं, छात्र-छात्राओं के छात्रावास, भंडारगृह, रसोईघर, शौचालय, पुस्तकालय, अध्ययन कक्ष, प्रयोगशाला, खेल का मैदान एवं संपूर्ण परिसर का निरीक्षण किया। विशेष रूप से, उन्होंने छात्रों के भोजन वितरण में सहयोग किया और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। इसके अलावा, उन्होंने निकट स्थित एकलव्य नामांकित विद्यालय का भी दौरा किया। आगामी 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के मद्देनजर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए श्री वरहाड़े ने कहा कि वे नियमित रूप से अध्ययन करें और अपनी प्रतिभा को विकसित कर श्रेष्ठ व्यक्तित्व का निर्माण करें। उन्होंने शिक्षकों से भी अपील की कि वे विद्यार्थियों की गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष प्रयास करें और विद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाएं। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किए। संवाद चिमुकलों से’ अभियान के अंतर्गत 7 फरवरी को एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना चंद्रपुर के परियोजना अधिकारी विकास राचेलवार ने शासकीय माध्यमिक आश्रमशाला, पाटन में एक दिन का रात्रि प्रवास किया। उन्होंने सुबह की प्रार्थना सभा से लेकर रात तक विद्यार्थियों के अध्ययन सत्र तक उनके साथ समय बिताया। इस दौरान उन्होंने छात्रों से संवाद कर उनकी समस्याओं को समझने के साथ ही विद्यालय की मूलभूत सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आदिवासी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने विद्यार्थियों के साथ दोपहर और रात का भोजन भी किया।