
नागपुर: पाकिस्तान गई नागपुर की सुनीता जामगड़े के मामले में अब कारगिल पुलिस भी शामिल हो गई है। सुनीता की जाँच के लिए कारगिल जिले से पुलिस की एक विशेष टीम नागपुर पहुंच गई है। बताया गया है कि जेल में बंद सुनीता को जल्द ही प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लिया जाएगा।
कपिलनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली सुनीता जामगड़े (उम्र 43) अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ 4 मई को ‘कोर्ट के काम’ के लिए पंजाब गई थीं। हालांकि, 14 मई को वह कारगिल जिले के आखिरी गांव हुंदरमन के पास से लापता हो गईं। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपने बेटे को एक होटल में रखा था। जब स्थानीय पुलिस और सेना के जवानों ने उसे ढूंढा तो उससे पूछताछ की और बताया कि वह नागपुर का रहने वाला है।
यह जानकारी मिलने पर कारगिल पुलिस ने नागपुर पुलिस के साथ-साथ सुनीता के परिवार से भी संपर्क किया। इस बीच, जानकारी मिली है कि सुनीता नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गई है। पाकिस्तान रेंजर्स ने उसे गिरफ्तार कर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सौंप दिया और फिर अमृतसर पुलिस को सौंप दिया। चूंकि इस पूरे मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर मामले हैं, इसलिए देश की विभिन्न जांच एजेंसियों ने सुनीता से पूछताछ शुरू कर दी है। सुनीता फिलहाल नागपुर जेल में है और कारगिल पुलिस का मानना है कि उसकी गतिविधियों, इरादों और संपर्कों की गहन जांच जरूरी है। नागपुर शहर पुलिस ने सुनीता को वापस लाने के लिए एक अधिकारी और दो महिला पुलिस अधिकारियों की टीम अमृतसर भेजी थी। सुनीता को नागपुर कोर्ट में पेश किया गया है और उसकी हिरासत खत्म होने के बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल में रखा गया है।
अब कारगिल पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट के लिए आवेदन किया है और इस पर कोर्ट फैसला करेगी। पूरे मामले की और गहराई से जांच की जा रही है और जांच एजेंसियों के लिए यह पता लगाना बड़ी चुनौती बन गई है कि सुनीता जामगड़े पाकिस्तान क्यों गई और इसके पीछे कौन है।