
नागपुर. सेवा सर्वदा फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र में एक अनूठी पहल की है, जिसका उद्देश्य गरीब बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना है। खुशाल ढाक द्वारा शुरू किया गया यह ‘1 रुपया कान्वेंट’ एक ऐसा प्रकल्प है जो शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाता है।
इस के तहत, गरीब घरों के बच्चे केवल 1 रुपये में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल ऐसे समय में आई है जब शिक्षा की बढ़ती लागत ने कई बच्चों को उनके सपनों से दूर कर दिया है। सेवा सर्वदा फाउंडेशन का यह कदम न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत प्रदान करता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करता है। खुशाल ढाक का मानना है कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिसके द्वारा समाज में बदलाव लाया जा सकता है। ‘1 रुपया कान्वेंट’ का उद्देश्य केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि बच्चों को एक उज्जवल भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन करना भी है। फाउंडेशन ने अपने इस प्रयास के तहत, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए अनुभवी शिक्षकों और अत्याधुनिक शिक्षण सामग्री की व्यवस्था की है। इस कान्वेंट में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा देने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और संस्कारों की भी शिक्षा दी जाती है, ताकि वे न केवल शिक्षित बल्कि संस्कारित नागरिक बन सकें। सेवा सर्वदा फाउंडेशन का यह प्रयास समाज में एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि आर्थिक सीमाओं के बावजूद, शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है।
इस पहल को समाज के विभिन्न वर्गों से सराहना मिल रही है और लोग इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं। सेवा सर्वदा फाउंडेशन का यह कदम निस्संदेह समाज में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने और हर बच्चे को शिक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।