
NAGPUR. महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर विदर्भ में 1 मई 2025 को महाराष्ट्र दिवस को काले दिवस के रूप में मनाया जाएगा और जिल्हाधिकारी कार्यालय के समक्ष विशाल धरना आंदोलन आयोजित किया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य महाराष्ट्र सरकार की नीतियों और विदर्भ के विकास में हो रही अनदेखी के खिलाफ विरोध जताना है। विदर्भ में पिछले 4 सालों से द्विभाषिक मुंबई राज्य और 64 सालों से मराठी भाषिक महाराष्ट्र राज्य में रहने के बावजूद, नागपुर करार के अनुसार सिंचन के लिए 60 हजार करोड़ का अनुशेष पूरा नहीं किया गया। परिणामस्वरूप, विदर्भ की 131 सिंचाई परियोजनाएं पूरी नहीं हो पाई, जिससे 14 लाख हेक्टेयर जमीन पानी से वंचित रह गई। इसके अलावा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, उद्योग, ऊर्जा, सड़कें, पेयजल, ग्राम विकास, आदिवासी विकास और समाज कल्याण विभाग के 15 हजार करोड़ रुपये के अनुशेष भी नहीं भरे गए। इस कारण विदर्भ में विकास की गति ठप हो गई है और शेतकरी आत्महत्या, नक्शलवाद, प्रदूषण, कुपोषण, बालमृत्यु, बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हुई हैं। राज्य का वित्तीय संकट गहरा हो गया है। राज्य का राजस्व 5,60,953 करोड़ रुपये है, जबकि खर्च के लिए 6,06,855 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। राज्य पर 7,82,000 करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है, जिसके लिए हर साल 56,727 करोड़ रुपये का ब्याज चुकाना पड़ रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए विदर्भ के स्वतंत्र राज्य की मांग जोर पकड़ रही है। विदर्भ के शेतकऱियों की आत्महत्याओं को रोकने में महाराष्ट्र सरकार असफल रही है, और अब केन्द्र सरकार से मांग की जा रही है कि वह विदर्भ को एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा प्रदान करे। इस आंदोलन में पश्चिम विदर्भ के अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा, यवतमाळ जैसे जिलों के सरपंच, कंत्राटी शिक्षक, तासिलदार, अनुदानित और विना अनुदानित स्कूल-कॉलेजों के शिक्षक और बेरोजगार लोग भी सक्रिय रूप से शामिल होंगे। आंदोलन का मुख्य उद्देश्य विदर्भ के विकास के लिए एकमात्र समाधान ‘विदर्भ का स्वतंत्र राज्य’ है। आंदोलन के दौरान सभी विदर्भवादी कार्यकर्ता काले पट्टे अपनी बांहों, सिर और छाती पर लगाएंगे और अपनी आवाज उठाएंगे कि “विदर्भ के शेतकऱियों की आत्महत्याएं रोकने में महाराष्ट्र सरकार असफल रही है, इसलिए केन्द्र सरकार को तात्कालिक रूप से विदर्भ का स्वतंत्र राज्य बनाना चाहिए।” यह आंदोलन 1 मई 2025 को दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक जिल्हाधिकारी कार्यालय के सामने आयोजित किया जाएगा।