
नागपुर. महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन 16 दिसंबर से नागपुर में शुरू हो रहा है। इस अधिवेशन के लिए विधानमंडल के दोनों सभागृहों और विधानभवन परिसर में प्रशासन द्वारा की जाने वाली सभी व्यवस्थाएँ तुरंत पूरी करने के निर्देश विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने आज दिए। विजयलक्ष्मी बिदरी ने विधानभवन, हैदराबाद हाउस और रवी भवन में की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों को 12 दिसंबर तक सभी तैयारियाँ पूरी करने का निर्देश दिया। साथ ही, परिसर की स्वच्छता को प्राथमिकता देने की बात कही।
प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति:
इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनी, विधानमंडल सचिवालय के कक्ष अधिकारी पजारे, सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता अभिजीत कुचेवार, उपविभागीय अभियंता संजय उपाध्ये, विद्युत विभाग के उपविभागीय अभियंता मानकर, शाखा अभियंता संदीप चापले और रवी भवन के प्रभारी राहुल ठाकुर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सभागृहों और परिसर का निरीक्षण:
विधानपरिषद और विधानसभा में नई मल्टीमीडिया कॉन्फ्रेंस प्रणाली, सीटिंग व्यवस्था, पक्ष कार्यालय और भोजनालय सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए बिदरी ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों को तुरंत लागू करने का आदेश दिया। साथ ही, विधानभवन, विधायकों के निवास और रवी भवन परिसर में तीन हिरकणी कक्ष बनाए जाने की जानकारी दी, जिनमें सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।
हैदराबाद हाउस और रवी भवन की व्यवस्थाएँ:
हैदराबाद हाउस में मुख्यमंत्री सचिवालय, मुख्य सचिव कार्यालय और अन्य मंत्रालयों के कार्यालयों के लिए स्थान आवंटित किया गया है। वहीं, रवी भवन में सभापति, अध्यक्ष, उपसभापति और विपक्ष के नेताओं के आवास एवं कार्यालयों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया।
व्यवस्थाओं की जानकारी ऐप पर उपलब्ध:
जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर ने जानकारी दी कि अधिवेशन के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं की जानकारी एक ऐप पर उपलब्ध होगी। रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर हेल्पडेस्क भी स्थापित किए जाएँगे ताकि बाहर से आने वाले सदस्यों और आगंतुकों को आवश्यक जानकारी दी जा सके।
डिजिटल सुविधाओं का इस्तेमाल:
सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई निवास व्यवस्थाओं की जानकारी पुस्तिका और क्यूआर कोड के माध्यम से उपलब्ध होगी। इसके अलावा, गूगल मैप्स पर एक स्थान दर्शन नक्शा तैयार किया गया है, जिससे आगंतुक और वाहन चालक अपनी मंजिल तक आसानी से पहुँच सकें। शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी क्यूआर कोड के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है। शीतकालीन अधिवेशन की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं और अगले दो दिनों में सभी व्यवस्थाएँ पूरी कर ली जाएँगी।