
नागपुर. महानगरपालिका के अग्निशमन विभाग में लंबे समय से लंबित फायरमैन भर्ती को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नागपुर शहर इकाई ने आज एक तीव्र आंदोलन किया। पार्टी के शहर प्रमुख नितीन तिवारी के नेतृत्व में, कार्यकर्ताओं और युवाओं ने प्रशासनिक अधिकारी अभिजीत चौधरी का घेराव किया और भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की। तिवारी ने बताया कि पिछले 2.5 वर्षों से नागपुर अग्निशमन विभाग में फायरमैन की भर्ती अटकी हुई है। इससे शहर में आग लगने की घटनाओं से निपटने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में पिंपरी-चिंचवड़ में एक कार्यक्रम के दौरान अमेरिका में हुई भीषण आगजनी की घटना का जिक्र करते हुए सही अग्नि सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया था। लेकिन उनका अपना शहर नागपुर ही फायरमैन की भारी कमी से जूझ रहा है। तिवारी ने बताया कि नागपुर में 20 अग्निशमन केंद्र होने चाहिए, लेकिन अभी सिर्फ 11 ही हैं। नियमों के अनुसार, हर 2 लाख की आबादी पर 1 फायर स्टेशन होना चाहिए। इसके अलावा, प्रत्येक स्टेशन पर 60 फायरमैन (तीन शिफ्ट में 20-20) होने चाहिए, लेकिन फिलहाल केवल 127 स्थायी फायरमैन कार्यरत हैं। इस वजह से शहरवासियों की जान को बड़ा खतरा है, खासकर गर्मियों में, जब आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। तिवारी ने कहा कि 2023 से फायरमैन की 352 पदों पर भर्ती रुकी हुई है। इस भर्ती के लिए करीब 7,000 युवा आवेदन कर चुके थे, लेकिन भर्ती में देरी के कारण उनकी उम्रसीमा पार होने का खतरा बढ़ गया है, जिससे वे बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने प्रशासक अभिजीत चौधरी से तत्काल राज्य सरकार से भर्ती प्रक्रिया शुरू करवाने का अनुरोध किया, अन्यथा शिवसेना आंदोलन को और तेज करेगी। इस आंदोलन में युवा सेना जिला प्रमुख प्रीतम कापसे, युवा सेना शहर प्रमुख आशिष हडगे, युवा सेना जिला सचिव अब्बास भैय्या, युवा सेना विभागीय सचिव अपूर्वा पित्तलवार, और मुन्ना तिवारी, राम कुकडे, अंगद हिरौंदे, सुनील बैनर्जी, अल्पेश पाटील, सुरेंद्र आंबिलकर, ललित बावनकर, तौसीफ शेख, शिवशंकर मिश्रा, भूपेंद्र काठाने, समेत सैकड़ों युवा और महिला कार्यकर्ता शामिल हुए। तिवारी ने चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई, तो शिवसेना बड़ा जनांदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी।