
नागपुर. मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (MRKS), जो भारतीय रेलवे मजदूर संघ (BRMS) और भारतीय मजदूर संघ (BMS) से संबद्ध है, ने मंडल रेल प्रबंधक (DRM) कार्यालय, मध्य रेलवे, नागपुर के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक भव्य द्वार सभा का आयोजन किया। सभा में बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारियों ने भाग लिया और अपने हितों की रक्षा के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। यह सभा विशेष रूप से बीकानेर, राजस्थान में 8-9 मार्च 2025 को आयोजित भारतीय रेलवे मजदूर संघ (BRMS) के त्रैवार्षिक अधिवेशन में पारित पांच प्रमुख प्रस्तावों को समर्थन देने के लिए आयोजित की गई थी। इस अधिवेशन में भारतीय रेलवे के विभिन्न ज़ोन और उत्पादन इकाइयों से लगभग 800 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इस अवसर पर माननीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और माननीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित रहे। 1. राष्ट्रीय मुकदमा नीति में सुधार: रेलवे मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों द्वारा राष्ट्रीय मुकदमा नीति और प्रक्रियाओं में सुधार किया जाए, जिससे न्यायपालिका पर अनावश्यक बोझ कम हो और कर्मचारियों को शीघ्र न्याय मिल सके। 2. संयुक्त कैडर पुनर्संरचना: भारतीय रेलवे में समूह A, B, और C सेवाओं का संयुक्त कैडर पुनर्संरचना की जाए, जिससे सभी कर्मचारियों को बिना किसी भेदभाव के समान पदोन्नति के अवसर मिलें। 3. कार्य स्थितियों में सुधार: कर्मचारियों की खराब कार्य स्थितियों, बढ़ते कार्यभार, और अधिकारियों की उदासीनता को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। 4. रेलवे का निजीकरण न किया जाए: भारतीय रेलवे के कार्यों को सरकारी स्वामित्व में ही संचालित किया जाए और आधुनिकीकरण के नाम पर निजीकरण का विरोध किया जाए। 5. ट्रैकमेंटेनरों की सुरक्षा: रेलवे ट्रैकमेंटेनरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस उपाय किए जाएं। यदि जून 2025 तक रेलवे मंत्रालय इन सुरक्षा उपायों को लागू नहीं करता, तो BRMS राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगा। इस अवसर पर NRMU नागपुर के पूर्व मंडल सचिव और मुख्यालय के कार्याध्यक्ष श्री हबीब खान ने अपने 50 समर्थकों के साथ MRKS में प्रवेश किया और संगठन के झंडे तले कार्य करने का संकल्प लिया। उन्होंने मान्यता प्राप्त यूनियनों की नीतियों का विरोध करते हुए कर्मचारियों को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने का आह्वान किया। सभा की अध्यक्षता MRKS मंडल अध्यक्ष सागर सिंह तोमर ने की। मंडल सचिव एम. के. गौतम, हबीब खान, महिला प्रमुख मीनाक्षी गायकवाड़, अशोक सिंह, और अन्य प्रमुख सदस्यों ने कर्मचारियों के हितों की रक्षा हेतु संगठन की भूमिका को स्पष्ट किया। सभा का संचालन मिलिंद कुमार ने किया। इस द्वार सभा में गणेश शर्मा, भारती तितरे, अपर्णा रेड्डी, प्रिया चीनम्मा, लक्ष्मी जंघेला, विनोद पेठकर, नितिन तिणखेड़े, प्रशांत उपाध्याय, धर्मेश दमके, संघपाल वाकोड़े, विनय गौरखेड़े, अमरदीप गौर, मुकेश कुमार, रविंद्र राणे, नवल सिंह, और अन्य कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। MRKS ने रेल प्रशासन से कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की अपील की और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो संगठन बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।