
Nagpur. रेलवे स्टेशन पर सिविल डिफेंस और आरपीएफ ने शाम 4 बजे सुरक्षा मॉकड्रिल का आयोजन किया। अचानक तेज आवाज में सायरन बजने लगा, कई यात्री सहम गए। कुछ पलों के लिए लगा मानों सच में ही कोई हमला या हादसा हुआ हो। पुलिस बल ने मुस्तैदी से घायल लग रहे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास शुरू किया, लेकिन जैसे ही यात्रियों को पता चला कि यह सब मॉकड्रिल थी, उनकी जान में जान आई। हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं था, जब रेलवे स्टेशन पर ऐसी मॉकड्रिल हुई हो। इससे पहले जीआरपी ने आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए इसी तरह का अभ्यास किया था। रेलवे प्रशासन का कहना है कि ऐसी तैयारियां यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं। देश में भारत-पाक तनाव के बीच सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी है। ऐसे में उपराजधानी के रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थानों पर आपात स्थिति से निपटने की तैयारियां तेज हो गई हैं। यह मॉकड्रिल इसी कड़ी का हिस्सा थी। स्टेशन पर हर दिन हजारों यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है, जिसके चलते इसे सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। स्टेशन पर इस मॉकड्रिल ने न सिर्फ सुरक्षा बलों की तैयारी को परखा, बल्कि यात्रियों में भी जागरूकता पैदा की। रेलवे प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसी कवायद जारी रखने की बात कही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में नुकसान से बचा जा सके।