
नागपुर. जिले के विभिन्न तालाब और बांध बरसात के मौसम में पानी से भर जाते हैं, जिससे वे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनते हैं। हालांकि, इन स्थानों पर नागरिकों द्वारा की जाने वाली जोखिम भरी हरकतों के चलते दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है और हर साल कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं। अगस्त 2024 में मकरधोकड़ा तालाब में एक युवक की डूबने से मौत के बाद, जिलाधिकारी डॉ. विपीन इतनकर की संकल्पना और निवासी उपजिलाधिकारी अनुप खांडे के मार्गदर्शन में आपदा प्रबंधन विभाग ने मकरधोकड़ा तालाब के लिए एक रिमोट कंट्रोल वॉटर क्राफ्ट खरीदा है। यह एक प्रकार की रिमोट से संचालित बोट है, जो डूबते व्यक्ति तक तेजी से पहुंचकर मदद पहुंचाने का कार्य करती है। बारिश के मौसम में इस क्राफ्ट के साथ मानवीय बल भी तैनात करने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना के लिए स्थानीय ग्राम पंचायत के दो युवकों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें संबंधित कंपनी की ओर से मानदेय भी दिया जाएगा। ग्राम पंचायत मकरधोकड़ा को यह वॉटर क्राफ्ट सुपुर्द किया गया है और 9 अप्रैल को इसका प्रदर्शन और परीक्षण मकरधोकड़ा तालाब परिसर में किया गया। इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अंकुश गावंडे, नायब तहसीलदार श्री वाडे और स्थानीय ग्रामवासी उपस्थित थे। यदि यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है तो जिले के अन्य जलाशयों में भी इस तकनीक के इस्तेमाल की योजना जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई है।