धापेवाड़ा/नागपुर. श्री विट्ठल मंदिर देवस्थान धापेवाड़ा विकास योजना के तहत विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया, जिससे धापेवाड़ा के निश्चित विकास की दिशा में पहला कदम उठाया गया है। राज्य सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए आगे भी हरसंभव सहायता प्रदान करेगी, ऐसा आश्वासन महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एवं जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने दिया। विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर परिसर में विभिन्न सुविधाओं के साथ जल शुद्धिकरण परियोजना और नदी के गहरीकरण एवं चौड़ीकरण कार्यों के जरिए धापेवाड़ा को विदर्भ का “प्रति पंढरपुर” बनाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इस गांव के समग्र विकास के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की अपील केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस अवसर पर की। साथ ही, स्थानीय जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए कारंजा-पांढुर्णा सड़क निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की घोषणा भी की। विट्ठल मंदिर देवस्थान धापेवाड़ा विकास योजना के तहत 164.61 करोड़ रुपये की लागत से मंदिर एवं आसपास के क्षेत्र में विभिन्न सुविधाएं स्थापित की जाएंगी। इसमें वर्षा जल के शुद्धिकरण के लिए एक केंद्र का निर्माण, नदी के गहरीकरण एवं चौड़ीकरण के कार्य भी शामिल हैं। इन सभी परियोजनाओं का भूमिपूजन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और वित्त राज्य मंत्री एड. आशिष जयस्वाल के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर सांसद श्यामकुमार बर्वे, विधायक अभिजीत वंजारी, डॉ. आशिष देशमुख, चरणसिंह ठाकुर, संजय मेश्राम, नागपुर जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, नागपुर महानगर विकास प्राधिकरण के आयुक्त संजय मिना सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में विदर्भ के विभिन्न विकास कार्यों को गति मिली है। क्षेत्र धापेवाड़ा के विकास के लिए पंढरपुर की तर्ज पर एक विस्तृत विकास योजना बनाई गई थी, जिसे पिछले वर्ष राज्य सरकार ने मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण कार्य किए जाएंगे और इससे मंदिर परिसर एवं गांव के विकास की प्राथमिक जरूरतें पूरी होंगी। उन्होंने आगे कहा कि इस क्षेत्र में धर्मार्थ अस्पताल और मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र को जोड़ने वाला संत्रा कॉरिडोर बनाने की मांग भी उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से की है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य सरकार की विकास योजना के तहत धापेवाड़ा के प्राचीन विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इसके तहत प्रतीक्षालय, भव्य सभागार, प्रशासनिक भवन, प्रार्थनालय, आधुनिक पार्किंग सुविधा समेत मंदिर के सामने से बहने वाली चंद्रभागा नदी का गहरीकरण और चौड़ीकरण किया जाएगा, जिससे कृषि और पेयजल की आपूर्ति में सुधार होगा। गडकरी ने यह भी कहा कि धापेवाड़ा के हथकरघा उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए जल्द ही एक नई इमारत का उद्घाटन किया जाएगा। साथ ही, स्थानीय संत्रा उत्पादकों को उन्नत तकनीक अपनाकर अपनी उपज बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि धापेवाड़ा विकास योजना के माध्यम से परिवर्तन की शुरुआत हो चुकी है और इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए सभी को प्रयास करने की जरूरत है। स्थानीय जनता की लंबे समय से चली आ रही मांग को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कारंजा-पांढुर्णा सड़क निर्माण कार्य पूरा करने की भी घोषणा की।महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने शुभकामनाएं भेजीं। मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया गया, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया कि धापेवाड़ा तीर्थ क्षेत्र के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। इस अवसर पर राज्य मंत्री एड. आशिष जयस्वाल, सांसद श्यामकुमार बर्वे, विधायक आशिष देशमुख ने भी सभा को संबोधित किया। नागपुर प्रादेशिक सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश नंदनवार ने कार्यक्रम का प्रस्तावना वक्तव्य प्रस्तुत किया। राज्य सरकार ने 10 अक्टूबर 2024 को 164.61 करोड़ रुपये की श्री विट्ठल मंदिर देवस्थान धापेवाड़ा विकास योजना को मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग, जल संरक्षण विभाग और नागपुर महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा चिन्हित कार्यों को पूरा किया जाएगा।