
Desk News. विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में हो रही असामान्य वृद्धि को लेकर जनभावना में तीव्र असंतोष देखा जा रहा है। मतदान के दौरान 7.83% की वृद्धि पर कई स्तरों से सवाल उठाए जा रहे हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई आंकड़ों के अनुसार, मतदान के दिन शाम 5 बजे के बाद मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें लगनी चाहिए थीं, लेकिन इसके बावजूद मतों में अचानक वृद्धि हुई है। इस संदर्भ में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वे इस मामले में वीडियो साक्ष्य के साथ विस्तृत जानकारी प्रदान करें। नाना पटोले ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र भेजकर पूछा कि 20 नवंबर को रात 11:30 बजे तक 65.2% मतदान हुआ था, जबकि 21 नवंबर को दोपहर 3 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार मतदान 66.05% था। इस आंकड़े में 1.03% का अंतर कहां से आया? उन्होंने सवाल उठाया कि एक दिन में 9,99,359 मतों में कैसे अचानक वृद्धि हो सकती है? उन्होंने यह भी कहा कि मतदान प्रतिशत में यह असामान्य बढ़ोतरी गंभीर और चिंताजनक है। पटोले ने कहा, “यदि जनता के मन में इस बढ़ोतरी को लेकर संदेह है, तो चुनाव आयोग का कर्तव्य बनता है कि वह इसका स्पष्टीकरण वीडियो साक्ष्य के साथ दे। आयोग को अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए जनता के संदेहों का समाधान करना चाहिए।”