
नागपुर: मानव तस्करी, लड़के-लड़कियों पर अत्याचार और उनके यौन शोषण के मामले में नागपुर शहर महाराष्ट्र में अग्रणी होना बेहद गंभीर मामला है। आज की युवा पीढ़ी और बच्चे भी मानव तस्करी के जाल में फंसते जा रहे हैं। अकेले नागपुर शहर से दो हजार लड़कियाँ गायब हो चुकी हैं। इसके परिणामस्वरूप मानव तस्करी का यह मामला दिन-ब-दिन गंभीर रूप धारण कर रहा है। इसलिए इस संदर्भ में नई पीढ़ी के सदस्यों को जागरूक रहना आवश्यक है, ऐसा प्रतिपादन लायंस क्लब की युवा विशेषज्ञ गुरसिमरन कौर ने किया। यह बात उन्होंने नागपुर के कांग्रेस नगर स्थित धनवटे नेशनल कॉलेज की एनएनएस शाखा और लायंस क्लब ऑफ नागपुर द्वारा आयोजित एक जन जागरूकता कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम की शुरुआत लायंस क्लब के अध्यक्ष सचिन अग्रवाल, कॉलेज के प्राचार्य प्रशांत कोठे, और एनएनएस विभाग के प्रमुख डॉ. राजकुमारगिरी गोसावी की उपस्थिति में हुई। गुरसिमरन कौर ने इस सत्र में आंकड़ों, जानकारियों, घटी घटनाओं और प्रायोगिक उदाहरणों के माध्यम से मानव तस्करी के मुद्दे को सभी दृष्टिकोणों से स्पष्ट करते हुए इसकी गंभीरता और जन जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर किया। इस कार्यक्रम में लायंस क्लब के अधिकारी विनोद गुप्ता, किशोर भैय्या, नरेंद्र कौशिक, राजेश जिंदल, विजय फरकासे, सागर शिवहरे, किशोर कुंजेकर, सुनील कुहीकर और विघ्नेश बिलसे आदि उपस्थित थे।