
Desk News. गुरुवार, 28 नवंबर की रात करीब 10 बजे कन्हान कांद्री कोल माइन क्षेत्र के सब स्टेशन के पास पेट्रोलिंग कर रहे कर्मचारियों को एक विशालकाय गिद्ध दिखाई दिया। कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना वाइल्डलाइफ वेलफेयर सोसायटी, कन्हान के सदस्य आशीष मेश्राम और बबलू मूलुंडे को दी। बिना समय गवाए, सोसायटी के सदस्य माइन क्षेत्र में पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि गिद्ध के शरीर पर एक ट्रैकर लगा हुआ था। इस बात की जानकारी उन्होंने वन विभाग को दी। चूंकि गिद्ध के माइन क्षेत्र में घुसकर खतरे में पड़ने की संभावना थी, वाइल्डलाइफ वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने उसे सुरक्षित पकड़ लिया। बाद में, वन विभाग की मदद से उसे ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर को सौंप दिया गया।वाइल्डलाइफ वेलफेयर सोसायटी की ओर से चंद्रशेखर बोरकर, आशीष मेश्राम और बबलू मूलुंडे उपस्थित थे। इसके अलावा अन्य वन्यजीव प्रेमियों में रोहित फरकसे, गुड्डू नेहाल, अंकेश, दीपक, गोपाल बिसेन, मनीष नंदेश्वर और प्रवेश डोंगरे भी शामिल थे। गिद्ध जैसे विलुप्तप्राय पक्षियों को बचाने की यह पहल सराहनीय है और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।